सेवइयों सा रिश्तों में मिठास लाए ईदी पर।। सेवइयों सा रिश्तों में मिठास लाए ईदी पर।।
बड़ी ही गर्मजोशी से उन्होंने 'ईद मुबारक' कहकर प्लेट पकड़ा दी और शाम को घर आने की दावत भी बड़ी ही गर्मजोशी से उन्होंने 'ईद मुबारक' कहकर प्लेट पकड़ा दी और शाम को घर आने की ...
त्यौहार में अपूर्णता क्यों है, यह किसी की समझ में नहीं आ रहा था त्यौहार में अपूर्णता क्यों है, यह किसी की समझ में नहीं आ रहा था
उसको मजहब से कोई सरोकार जो ना था उसको मजहब से कोई सरोकार जो ना था
अंतर्मन से आवाज आई यह तो संभव नहीं, वही होगा जो हर साल होता है बल्कि इस साल और भी अधिक धूमधाम से होग... अंतर्मन से आवाज आई यह तो संभव नहीं, वही होगा जो हर साल होता है बल्कि इस साल और भ...
आर्मी में होने की वजह से सारी सुविधाएँ थीं, परंतु परिवार वालों को लगता था की जैसे वो बहुत पैसे वाले... आर्मी में होने की वजह से सारी सुविधाएँ थीं, परंतु परिवार वालों को लगता था की जै...